*सामायिक संबंधी आवश्यक सावधानी*
१) शुद्ध कॉटन के वस्त्रो का उपयोग करें। पुरुष के दो वस्त्र और स्त्री तीन वस्त्र।
२) पूर्व में पूजा के वस्त्र का उपयोग सामायिक में न करे। पूजा के कपड़ो में सामायिक न करे।
३) सामायिक के उपकरण में *कटासना* डेढ़ हाथ लंबा व चौड़ा समचौरस स्वच्छ बिना सिला हुआ और बिना बुना, और जयणा का पालन अच्छी तरह से हो सके इसलिए सफेद रंग वाला उपयोग में लेवे। एम्ब्रॉयडरी काम वाले कटासना उपयोग में न लेवे।
*मुहपत्ति* १६×१६ अंगुल लंबी चौड़ी समचौरस एक तरफ बंध किनारी वाली बिना सिली हुई अक्षर रहित।
*चरवला* पुरुष गोल डंडी वाला स्त्री चौकोर डंडी वाली, दशी गर्म उन की ऊपर से बुनी हुई और नीचे से बिना बुनी हुई। डंडी चंदन , शीशम आदि लकड़ी की उपयोग में लेवे। मेटल की डंडी का उपयोग न करे। माप 24 अंगुल डंडी 8अंगुल दशी अथवा 20अंगुल डंडी 12अंगुल दशी
*नवकारवाली* पूज्य गुरु भगवंत द्वारा अभिमंत्रित माला का उपयोग करना चाहिए और प्लास्टिक के मोती न हो।
सामायिक में उजाले की जरूरत हो तो सूर्य उदय के बाद सूर्यास्त के पहले तक उपयोग कर सकते है लेकिन अति आवश्यक होतो ही लाइट का उपयोग कर सकते है बिना कोई जरूरत लाइट का उपयोग करने से तेजोकाय का दोष लगता है।
सामायिक करते समय सांसारिक विचार और बात न करे।
*१सामायिक का शास्त्रीय फल : १व्यक्ति एक लाख खाँडी (20मण) सोना दान करे=32 दोष रहित सामायिक का तोल न सके। एक सामायिक से ९२,५९,२५,९२५ पल्योपम देव आयुष्य का बंध होता है। अतः दोष रहित सामायिक करे।*
जिनाज्ञा विरुद्ध कुछ लिखा होतो मिच्छा मि दुक्कडम
जय जिनशासन
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