Tuesday, 2 June 2020

Shree NAVKHANDA PARSHWANATH HISTORY

श्री नवखंडा पार्श्वनाथ भगवान
तीर्थ स्थल :- घोघा बन्दर गाँव ( भावनगर, गुजरात )
🚗 भावनगर से १९  km है।

🔰 तीर्थ विशिष्टता :- श्री नवखण्डा पार्श्वनाथ भगवान कि प्रतिमा प्राचीन काल में बडवा गाँव के एक कुएँ में से प्राप्त हुई थी । 

♨ जब मुसलमान राजाओं के शासनकाल में अन्य मन्दिरों व प्रतिमाओं कों खण्डित किया गया था, उस समय इस प्रतिमा को भी खण्डित किया गया जिससे प्रतिमा के नौ टुकडे हो गये । 

👏 स्वप्न में किसी को दृष्टान्त हुआ कि 9 मन लापसी में इस प्रतिमाजी को रखा जाए और नौ दिन तक उसे खोला ना जाए तो ये खंडित प्रतिमाजी वापस "जुड़" जायेगी. 

🙏अधिष्टायक देव से अदॄश्य प्रेरणा पाकर श्रावकों ने उन टुकडॊं को लापसी में रखा, जिससे वापस प्रतिमा ज्यों की त्यों बन गई । 

💫💫 लेकिन नव जगहों में निशान कायम रहे, 
जो अभी भी विध्यमान है 

🙏उसी दिन से भक्तगण प्रभू को ..
 नवखण्डा पार्श्वनाथ कहने लगे 🙏

🙏आठ सौ वर्ष प्राचीन ..
इस प्रतिमाजी का प्रभाव अचिन्त्य है 🙏

🙏आराधना मंत्र : 
ॐ ह्रीँ श्रीनवखंडापार्श्वनाथाय नम:
ॐ ह्रीं श्री नवखंडा पार्श्वनाथाय 
मम सर्व रिद्धिम~ शीघ्रं कुरु कुरु स्वाहा ||

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